दुनियाभर में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार रात 8 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने संक्रमण से बचाव के लिए जनता कर्फ्यू का सुझाव दिया। इससे पहले, चार साल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पांच बार देश को संबोधित कर चुके हैं। पहले संबोधन में नोटबंदी के फैसले से लेकर चौथे संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने तक वे हमेशा देश को बड़े फैसलों की जानकारी देते आए हैं। प्रधानमंत्री जब भी देश को संबोधित करते हैं, तो उनका मकसद लोगों को भरोसे में लेना होता है। इससे पहले उन्होंने 8 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद देश को संबोधित किया था। आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री ने कब और किस मुद्दे पर देश को संबोधित किया...
पहला संबोधन- 8 नवंबर, 2016 (नोटबंदी की जानकारी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश को नोटबंदी की जानकारी दी थी। उन्होंने 500 और 1000 रुपए के करंसी नोट चलन से बाहर करने की बात कही थी। मोदी ने कहा था- आधी रात से ही 500 और 1000 रु. के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे यानि ये मुद्राएं कानूनन अमान्य होंगी।
दूसरा संबोधन- 15 फरवरी, 2019 (पुलवामा हमले के बाद)
पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों की हत्या के बाद पीएम ने 15 फरवरी को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था, ‘‘इस हमले की वजह से देश में जितना आक्रोश है, लोगों का जितना खून खौल रहा है, उसे मैं समझ रहा हूं। इस समय जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो स्वाभाविक हैं। हमने सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी हुई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है।’’
तीसरा संबोधन- 27 मार्च, 2019 (मिशन शक्ति)
मोदी ने 27 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधन में जानकारी दी थी कि डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने लोअर अर्थ ऑर्बिट में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है और भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन के पास ही यह ताकत थी।
चौथा संबोधन- 8 अगस्त 2019 (अनुच्छेद 370 हटाने के बाद)
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद मोदी ने 8 अगस्त 2019 की रात आठ बजे देश को संबोधित किया था। अपने संबोधन में उन्होंने नए जम्मू-कश्मीर और नए लद्दाख के निर्माण का वादा किया था। मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाया था कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानियां भी कम होती जाएंगी।
पांचवां संबोधन- 19 मार्च, 2020 (जनता कर्फ्यू का आव्हान)
देश में कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए सरकार की कोशिशों के साथ लोगों का सहयोग हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कदम उठाकर इस महामारी से मुकाबला करने में मदद मिल सकती है।